जिंदगी में जोश का होना बहुत मायने रखता है। बिना जोश के आदमी कोई बडा काम नहीं कर सकता है। लेकिन कभी-कभी यह जोश फायदे के साथ नुकसान का भी का...
जिंदगी में जोश का होना बहुत मायने रखता है। बिना जोश के आदमी कोई बडा काम नहीं कर सकता है। लेकिन कभी-कभी यह जोश फायदे के साथ नुकसान का भी कारण बन जाता है। खासकर तब, जब होश में इन्सान अपने होश खो बैठता है। और तब सिवाए पछतावे के और कुछ हमारे हाथ नहीं लगता। इस जोश के कुछ ऐसे उदाहरण मुझे कुछ दिन पहले देखने को मिले, जिसे मैं आप सबके साथ शेयर करना जरूरी समझता हूं।
आचार्य केशव चन्द्र मिश्र विचार मंच, देवरिया द्वारा जगदगुरू राम भद्राचार्य विकलॉंग विश्वविद्यालय, चित्रकूट (जोकि विश्व का इकलौता विकलॉंग विश्वविद्यालय है) में दिनांक 23 अक्टूबर 2008 से 26 अक्टूबर 2008 को बच्चों एवं किशोरों के लिए विज्ञान कथा लेखन कार्यशाला का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद, नई दिल्ली द्वारा उत्प्रेरित एवं समर्थित इस कार्यशाला में मुझे विषय विशेषज्ञ के रूप में शामिल होने का सुअवसर प्राप्त हुआ। वहॉं पर मुझे ऐसे बहुत से बच्चे मिले, जो दीवाली के पटाखों की वजह से उस दशा को प्राप्त हुए। उन लोगों ने दीपावली के जोश में पटाखों के साथ बरती जाने वाली सावधानियॉं भुला दीं और अपने कीमती अंगों से हाथ धो बैठे।
मित्रो, दीपावली प्रकाश और रौशनी का पर्व है, इसलिए जहॉं तक हो सके पटाखों से दूर रहें। तेज आवाज वाले पटाखों से तो बिलकुल दूर रहें, क्योंकि ज्यादातर दुर्घटनाएं इन्हीं की वजह से होती हैं। पटाखा छुडाते समय हमेशा खुले स्थान का चयन करें। संभव हो तो मुहल्ले के लोग एक साथ मिलकर पटाखे छुडाएं। पटाखे छुडाने के समय ढीले ढाले सूती कपडे पहनें और ऑंखों पर चश्मा लगालें। पटाखों को हाथ में लेकर कभी न छुटाएं। इससे जहां उससे निकलने वाली गैस सीधे फेफडों में जाती है, वहीं दुर्घटना होने की संभावनाऍं भी काफी बढ जाती हैं। ज्यादातर दुर्घटनाऍं अनार और राकेट से होती हैं, इसलिए इन्हें जलाते समय विशेष सावधानी बरतें। जली हुई फुलझडियों को इधर उधर न फेकें। बेहतर हो यदि उन्हें किसी पानी से भरे बर्तन में डाला जाए।
पटाखा छुडाते समय किसी दुर्घटना के होने पर हडबडी न दिखाएं। जले हुए स्थान पर घी, मलहम, ग्रीस, मिटटी आदि बिलकुल न लगाएं, इससे परेशानियॉं बढ सकती हैं। यदि व्यक्ति के शरीर में जलने से त्वचा पर घाव न हुआ हो, तो जले हुए अंग को सादे पानी में डुबा दें और उसपर वैस्लीन की हल्की सी पर्त लगा दें। यदि जलने से शरीर में छाले पड जाएं, तो उनसे छेडछाड बिलकुल न करें। जले हुए स्थान को पानी से साफ कर लें और उसपर कोई ऐटिसेप्टिक ऑयेंटमेन्ट जैसे सोफरामायसिन, नियोस्पोरिन आदि लगा दें और तुरन्त डाक्टर से सम्पर्क करें। यदि पटाखे से आँखें घायल हुई हों, तो उन्हें पानी से कतई न धोंये। सम्भव हो तो उसमें आंख का कोई मलहम लगादें और तुरन्त नेत्र रोग विशेषज्ञ से सम्पर्क करें। पटाखे से घायल होने पर यदि सम्भव हो, तो घायल व्यक्ति को ऐसे अस्पताल में दाखिल कराएं, जहॉं बर्न यूनिट हो। यदि दुर्घटना बडे पैमाने पर हुई हो और उसमें एम्बुलेंस की जरूरत हो, तो अपने शहर के सी0एम0ओ0 कार्यालय से सम्पर्क करें। वहॉं से आपको तत्काल सहायता उपलब्ध हो सकती है।

इस प्रकार यदि इन छोटी छोटी सावधानियों को ध्यान में रखा जाए और जोश के साथ होश को भी बना रहे, तो निश्चय ही आपकी दीपावली अच्छी मनेगी और आप खुशियों को एन्ज्वॉय कर सकेंगे।
बहुत बेहतरीन जानकारी दी है आपने ...सावधानी बहुत जरुरी है ..दीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंअच्छी पोस्ट लिखी आपने. मेरे हिसाब से तो दिवाली दिए और प्रकाश का त्यौहार है... पटाखे न ही हो तो बेहतर हैं.
जवाब देंहटाएंदीवाली पर जीवन को रोशन करने के बारूद के अलावा और भी तरीके हैं।
जवाब देंहटाएंदीपावली पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
दीवाली आप के और आप के परिवार के लिए सर्वांग समृद्धि लाए!
बहुत सुंदर लिखा है.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन तहरीर है...अच्छी जानकारी मिली...
जवाब देंहटाएं"उन लोगों ने दीपावली के जोश में पटाखों के साथ बरती जाने वाली सावधानियॉं भुला दीं और अपने कीमती अंगों से हाथ धो बैठे।"
जवाब देंहटाएंइस विषय में जनजागरण के लिये लिखे गये इस लेख का एवं आपके समर्पण का अनुमोदन करता हूँ
Thanks Rajnish ji for such an importent information.
जवाब देंहटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी दी आपने. धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंआप को भी दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ
आपने बहुत सामयीक और सटीक पोस्ट लिखी है ! इस बारे में जन जागरण की बहुत आवश्यकता है ! अको दीप पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंDEEPAAWALI ki hardik badhayi.
जवाब देंहटाएंबहुत सही चेताया। धन्यवाद आपको।
जवाब देंहटाएंआपने बहुत उपयोगी बातें बताई हैं। यदि इन उपायों को अपनाया जाए, तो पटाखे छुडाते समय कोई दुर्घटना नहीं होगी।
जवाब देंहटाएंबहुत सही...
जवाब देंहटाएंदीपावली के इस शुभ अवसर पर आप और आपके परिवार को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं.
बहुत उपयोगी जानकारी दी आपने..
जवाब देंहटाएंकभी लगता है क्यों न इन पर प्रतिबंध लगा दें...
****** परिजनों व सभी इष्ट-मित्रों समेत आपको प्रकाश पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। मां लक्ष्मी से प्रार्थना होनी चाहिए कि हिन्दी पर भी कुछ कृपा करें.. इसकी गुलामी दूर हो.. यह स्वाधीन बने, सशक्त बने.. तब शायद हिन्दी चिट्ठे भी आय का माध्यम बन सकें.. :) ******
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सटीक व जरूरी जानकारी दी है आपने
जवाब देंहटाएंमगर कहीं जूं रेंगें तो सही
बच्चे तो बच्चे बड़ नहीं मानते
बहरहाल दीवाली की बधाई
अच्छी ज्ञानवर्धक पोस्ट..
जवाब देंहटाएंदीपावली के इस शुभ अवसर पर
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाऐं....
परिवार व इष्ट मित्रो सहित आपको दीपावली की बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंपिछले समय जाने अनजाने आपको कोई कष्ट पहुंचाया हो तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूँ !
परिवार व इष्ट मित्रो सहित आपको दीपावली की बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंपिछले समय जाने अनजाने आपको कोई कष्ट पहुंचाया हो तो उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूँ !
"m able to read this post today only, very useful and informative on the ocassion"
जवाब देंहटाएंRegards
Sabhee logon ko deepavali kee hardik shubhkamnayen.
जवाब देंहटाएंशुभ सन्देश।
जवाब देंहटाएंलखनऊ में तीन दर्जन से अधिक लोग पटाखों की चपेट में आकर जख्मी हुए हैं। काश, इन लोगों ने इस पोस्ट को पढा होता। इस शुभ कार्य के लिए आपकी पूरी टीम को बधाई।
जवाब देंहटाएंमेरे प्रिय जाकिर,
जवाब देंहटाएंआपकी इस जानकारी के लिए शुक्रिया. कार्यशाला की और बातें लिखियेगा.
2. आजकल क्या लिख पढ़ रहे हैं?
शमीम, दिल्ली
aapki raay....sir maathe par bhaai.....thankyou nahin bolungaa.. !!
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